ब्रासीलिया. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को अगले वर्ष मई में रूस में होने वाले विजय दिवस समारोह के लिए आमंत्रित किया. मोदी और पुतिन के बीच यहां 'शानदार बैठक' हुई जिसमें उन्होंने दोनों देशों के बीच विशेष रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की.
मोदी 11वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन (Bircs Summit) में शामिल होने के लिए यहां आये हुए हैं. मोदी ने इस शिखर सम्मेलन के इतर पुतिन के साथ यह मुलाकात की. यह शिखर सम्मेलन आतंकवाद निरोधक सहयोग के लिए तंत्र बनाने पर ध्यान केंद्रित करेगा और दुनिया की पांच प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के साथ भारत के संबंधों को मजबूत करेगा.
हमारे संबंधों को मजबूत किया है- पीएम मोदी
ब्रिक्स विश्व की पांच उभरती अर्थव्यवस्थाओं का समूह है जिसमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं. मोदी ने इस बैठक के दौरान कहा कि 'लगातार बैठकों ने हमारे संबंधों को मजबूत किया है.'
मोदी ने कहा, 'हमारे द्विपक्षीय संबंधों का विस्तार हो रहा है. आपने मुझे मई में विजय दिवस समारोह के लिए रूस की यात्रा करने के लिए आमंत्रित किया है. मैं उसका बहुत उत्सुकता से इंतजार कर रहा हूं क्योंकि मुझे एक बार फिर आपसे मिलने का मौका मिलेगा.'
मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन के साथ उनकी बैठक 'शानदार हुई.'
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Adding strength to India-Russia ties.
PM @narendramodi and President Putin meet on the sidelines of the BRICS Summit in Brazil. @KremlinRussia_E pic.twitter.com/FegpvKdL4X— PMO India (@PMOIndia) 13 November 2019
उन्होंने ट्वीट किया, 'राष्ट्रपति पुतिन के साथ एक शानदार बैठक हुई. हमने अपनी बैठक के दौरान भारत..रूस संबंधों पर विस्तृत चर्चा की. भारत और रूस व्यापार, सुरक्षा और संस्कृति जैसे क्षेत्रों में व्यापक सहयोग कर रहे हैं. हमारे देशों के लोगों को नजदीकी द्विपक्षीय संबंधों से लाभ होगा.'
मोदी ने बैठक के बारे में रूसी भाषा में भी ट्वीट किया. पुतिन ने कहा कि द्विपक्षीय व्यापार में 17 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
रूसी राष्ट्रपति ने बैठक में कहा, 'यह हमारी इस वर्ष चौथी बैठक है. मैं प्रगाढ़ होते संबंधों को लेकर बहुत खुश हूं. हम प्रमुख द्विपक्षीय परियोजनाओं को क्रियान्वित कर रहे हैं और हमारा तकनीकी सहयोग मजबूत हो रहा है और सांस्कृतिक आदान प्रदान का विस्तार हो रहा है.'
मास्को में प्रतिवर्ष नौ मई को विजय दिवस परेड आयोजित होती है जिसमें रूस अपनी सैन्य ताकत प्रदर्शित करता है. यह मई 1945 में नाजी जर्मनी पर मित्र देशों की जीत की याद दिलाता है.
बातचीत के करीब दो महीने बाद हुई
दोनों नेताओं की यह बैठक रूस के सुदूर पूर्व व्लादिवोस्तोक शहर में पूर्वी आर्थिक मंच (ईईएफ) के मौके पर व्यापक बातचीत के करीब दो महीने बाद हुई जिसमें दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच विशेष रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के तौर-तरीकों पर चर्चा की.
पांच सितंबर को मोदी ने कहा था कि भारत और रूस की दोस्ती राजधानी शहरों में सरकारी बातचीत तक ही सीमित नहीं है बल्कि इसका दायरा लोगों और करीबी व्यापारिक संबंधों तक भी फैला हुआ है.
भारत ने रूस के संसाधन संपन्न सुदूर पूर्व के लिए 'अभूतपूर्व रूप से' एक अरब अमेरिकी डालर के रिण सुविधा की घोषणा की थी. प्रधानमंत्री मोदी ने इस क्षेत्र को विकसित करने के राष्ट्रपति पुतिन के प्रयासों में सहयोग देने की प्रतिबद्धता जतायी थी.
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