मनुष्य के जीवन में उतार-चढ़ाव चलते रहते हैं जिसकी वजह से व्यक्ति कभी खुश होता है तो कभी दुखी होता है, लेकिन हमेशा व्यक्ति यही प्रयास करता है कि वह हमेशा खुश रहे, ऐसे में बहुत से काम है जो मनुष्य के जीवन में खुशी लाने के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन व्यक्ति को खुशी तब प्राप्त होती है जब वह किसी चीज से संतुष्ट हो, यदि किसी व्यक्ति को किसी चीज से असंतोष है तो ऐसा व्यक्ति कभी प्रसन्न नहीं हो सकता, आचार्य चाणक्य जी ने पुरुषों के लिए तीन बातें बताई है, जो पूरी तरह सच है, यदि कोई व्यक्ति तीन चीजों से संतुष्ट रहता है तो वह दुनिया का सबसे खुशनसीब व्यक्ति होता है और आज के इस पोस्ट में हम आपको तीन सच्ची बातों को बताने वाले हैं जो आचार्य चाणक्य जी ने पुरुषों के लिए बताइए, तो चलिए फिर जान लेते हैं|
१. भोजन:- व्यक्ति को भोजन समय पर मिल जाए तो व्यक्ति को संतुष्ट रहना चाहिए चाहे फिर भोजन कैसा भी हो, लेकिन बहुत से लोग होते हैं जो भोजन में कमियां निकालने लगते हैं और अन्न का अपमान तो करते हैं ही साथ ही भोजन को बनाने वाले का भी अपमान करते हैं, जो व्यक्ति अन्य का अपमान करता है वह ईश्वर का अपमान करता है, इसलिए व्यक्ति को भोजन से संतुष्ट रहना चाहिए|
२.धन:- धन की संतुष्टि किसी भी व्यक्ति को नहीं होती, क्योंकि आज के इस वर्तमान समय में हर एक व्यक्ति अधिक से अधिक धन प्राप्त करना चाहता है, लेकिन जो व्यक्ति अपनी ईमानदारी और सच्चाई से धन अर्जित करता है वही व्यक्ति अपने जीवन में खुशी प्राप्त करता है और ऐसा व्यक्ति दुनिया का सबसे खुशनसीब व्यक्ति होता है|
३. स्त्री:- हर व्यक्ति की धर्मपत्नी होती है, आचार्य चाणक्य जी के अनुसार यदि कोई व्यक्ति अपनी पत्नी से संतुष्ट है तो वह दुनिया का सबसे खुशनसीब व्यक्ति है, यदि कोई व्यक्ति खुद की स्त्री को छोड़कर पराई स्त्री पर बुरी नजर बनाए रखता है तो ऐसा व्यक्ति है अपने जीवन में बहुत दुखी पाता है, क्योंकि ऐसे व्यक्ति की लालसा कभी खत्म नहीं होती और ऐसे व्यक्ति को कभी सुख की प्राप्त नहीं होती|