6:- विमी
पहली ही फिल्म 'हमराज' से वो रातोंरात स्टार बनी विमी ने अपने करियर मे 'वचन', 'पतंग' और 'आबरू' जैसी कई बेहतरीन फ़िल्मों में काम किया था। लेकिन एक समय ऐसा आया जब उन्हे फिल्मों मे काम मिलना बंद हो गया। काम ना मिलने की वजह से विम्मी की आर्थिक हालत बद से बदतर हो गई थी। गुमनामी और बदहाली के दौर से गुजर रही विमी की जिंदगी के आखिरी दिन नानावटी अस्पताल में गुजरे और आर्थिक तंगी के आगे बेबस होकर विम्मी की सांसों ने भी उनका साथ छोड़ दिया। विमी इस कदर गुमनामी में चली गईं थीं, कि कोई उनकी खोज खबर लेने वाला नहीं था। कहा तो ये भी जाता है कि विम्मी ने खुद को वेश्यावृति के हवाले कर दिया था, और इससे उनका बचा करियर भी बर्बाद हो गया। आखिरी दिनों में उनके पास इतने पैसे भी नहीं थे कि उनकी शव यात्रा निकाली जाए, और उनकी लाश को एक ठेले पर डालकर ले जाना पड़ा था। उनकी अंतिम यात्रा में बस चार-पांच लोग ही थे।
5:- मीना कुमारी
बेहद कम उम्र में ही मीना कुमारी ने वो स्टारडम पा लिया था जो आज के दौर की हीरोइनों के बस की बात नहीं। उस दौर में वो सबसे ज्यादा फीस ले रहीं थीं, और सबसे ज्यादा डिमांड में भी थीं। लेकिन पति कमल अमरोही से हुए तलाक के बाद मीना कुमारी को शराब की लत लग गई थी। अंत समय मे उनके पास अपने इलाज को भी पैसे नहीं बचे थे, और फिल्म 'पाकिज़ा' के रिलीज होने के कुछ हफ्तों बाद ही चल बसीं। अपने आखिरी वक्त मे वह एकदम अकेली थीं।
4:- गीता कपूर
गीता कपूर ने 57 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया। गीता कपूर साल 2017 से मुंबई के ही वृद्धाश्रम में अपने बच्चों का इंतजार कर रही थीं, लेकिन वह उन्हें देखने नहीं आये। गीता कपूर मरने से पहले अपने बच्चों से एक बार मिलना चाहती थीं, लेकिन उनकी ये ख्वाहिश पूरी ना हो सकी। बात दे साल 2017 मे गीता कपूर को उनके बेटे ने अस्पताल में भर्ती कराकर छोड़ दिया था, और करीब महीने से इनके इलाज का बिल चुकता नहीं किया था। जब कैमरे पर रोती इन बुजुर्ग आंखों ने फिल्मी जगत की चेतना को झकझोड़ा था तो जरूर कुछ हाथ इस बुजुर्ग अदाकारा की मदद को पहुंचे थे।
3:- इंदर कुमार
कई फिल्मो का हिस्सा रह चुके इंदर ने किसी परेशानी के चलते सुसाइड की थी और इनके अंतिम समय में सिर्फ 4 लोग मौजूद थे।
2:- परवीन बॉबी
70 के दशक की सबसे ग्लैमरस अदाकारा परवीन बॉबी की मौत साल 2005 में हो गई। उनका शरीर उनके मृत्यु के तीन दिन बाद मिला था, और फिर अंतिम संस्कार किया गया था
1:- नलिनी जयवंत
1940 के दशक में नलिनी की गिनती सिनेमा जगत के सबसे बड़े सितारों में होती थी। लेकिन जब उनकी मृत्यु हुई, तो तीन दिनों तक किसी को खबर भी नहीं लगी। उन्हें ठेले पर शमसान घाट ले जाया गया था।