दरअसल दीपिका पादुकोण ने अपनी फिल्म 'छपाक' के साथ करीब 2 साल बाद बड़े पर्दे पर वापसी की है। क्रिटिक्स द्वारा दीपिका के काम को सरहाना मिल रही है। फिल्म एक रियल लाइफ हादसे पर आधारित है। मेगा-बजट फिल्म 'तानाजी' के सामने छपाक कमज़ोर पड़ती नज़र आ रही थी। इसीलिए दीपिका ने सुर्खियां बटोरने का नया तरीका अपना लिया।
दीपिका जेएनयू के स्टूडेंट यूनियन के साथ प्रदर्शन में जाकर खड़ी हो गयीं । अब महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने दीपिका की जेएनयू विज़िट पर अपने विचारों का खुलासा किया है। हाल ही में 'न्यू इंडियन एक्स्प्रेस' ने एक कॉन्क्लेव आयोजित किया जहां स्मृति ईरानी भी मौजूद रहीं।
जब स्मृति ईरानी से पादुकोण और सीएए से जुड़ा एक सवाल पूछा गया तो वह बोलीं-"मैं जानना चाहती हूं कि दीपिका पादुकोण का राजनीतिक जुड़ाव किससे है। ये हमारे लिए कोई आश्चर्य करने वाली बात नहीं थी कि वो (दीपिका) उन लोगों के साथ खड़ी होंगी, जो भारत का विनाश चाहते हैं"। साथ ही उन्होंने यह भी कहा-"दीपिका ने लड़कियों के प्राइवेट पार्ट्स पर लाठियां बरसाने वाले लोगों का पक्ष लिया। मैं उनके इस अधिकार को नकार नहीं सकती कि उन्हें किसका पक्ष लेना है"।
आप दीपिका पादुकोण के जेएनयू जाने के फैसले का समर्थन करते हैं या नहीं ये हमें कमेंट करके जरूर बताएं , साथ ही हमें यह भी बताएं कि आप स्मृति ईरानी के द्वारा दिए गए बयान के बारे में क्या राय रखते हैं ।