
मुंबई की रहने वाली 21 साल की तेजस्वी प्रभुलकर टैटू के पीछे दीवानी है, लेकिन उनकी टैटू के प्रति ये दीवानगी घरवालों को बिलकुल पसंद नहीं है। उनके इस अजीब शौक के कारण उनके दोस्त भी उस पर हंसा करते थे, लेकिन तेजस्वी के इसी दीवानगी ने उन्हें अब मशहूर कर दिया है।
टैटू गर्ल तेजस्वी प्रभुलकर कॉलेज स्टूडेंट हैं और अब तक उन्होंने अपने शरीर पर 103 टैटू बनवा डाले हैं। सिर्फ़ 4 सालों में ही तेजस्वी ने इतने सारे टैटू बनवाए हैं, जिसकी वजह से उनका नाम लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है।
तेजस्वी के शरीर पर ढेर सारे टैटू बने हैं, लेकिन उनके मुताबिक, सबसे पहला टैटू उन्होंने अपने नाम का ही बनवाया क्योंकि लोग उन्हें गलत नाम से बुलाते थे, सही नाम बोलने के बजाए तेजस्विनी या तेजश्री कहते थे। बेटी के इस अजीब शौक से माता-पिता बहुत परेशान थे, उन्होंने तो यहां तक कह दिया था कि टैटू बनवाने से उसकी शादी नहीं होगी, लेकिन इन सब बातों से टैटू की प्रति तेजस्वी की दीवानगी कम नहीं हुई।
रिकॉर्ड बनाने के साथ ही तेजस्वी ने इसे ही प्रोफ़ेशन भी बना लिया। वो अब पेशे से एक टैटू आर्टिस्ट पेंटर और मॉडल हैं। तेजस्वी का कहना है उनके हर टैटू का ज़िंदगीसे जुड़ा कुछ ख़ास मतलब होता है। इसे कहते हैं बुलंद हौसला, काम चाहे जो भी हो, दिल से उसे पूरा करना चाह हो तो मंज़िल मिल ही जाती है। उन्होंने यह भी बताया कि जब भी मैं स्लीवलेस कपड़े या शॉर्ट्स में बाहर जाती हूं तो लोग हमेशा मुझे घूरते हैं।