
लद्दाख क्षेत्र की गैलवन घाटी में भारत और चीन के बीच हिंसक झड़पें हुई हैं। इस पर पूरी दुनिया की नजर है। भारत और चीन के बीच चल रहे इस तनाव पर अमेरिका की भी नजर है। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव Keylog McAnay ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प स्थिति से पूरी तरह अवगत थे।
अमेरिका ने भी भारत के शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। भारत और चीन के बीच मध्यस्थता के सवाल पर, कीलॉग मैकन ने कहा कि अभी तक कोई औपचारिक तैयारी नहीं थी। उन्होंने कहा कि दो जून को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और पीएम मोदी के बीच फोन पर बातचीत हुई थी। दोनों नेताओं ने भारत-चीन सीमा की स्थिति पर चर्चा की।
इससे पहले भी अमेरिका ने भारत-चीन तनाव को लेकर बयान दिया था। अमेरिकी विदेश विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि भारत और चीन के बीच LAC पर जो कुछ भी चल रहा है, संयुक्त राज्य अमेरिका उस पर नजर बनाए हुए है। अमेरिकी विदेश विभाग के अधिकारी ने कहा कि भारतीय सेना ने 20 सैनिकों की शहादत की पुष्टि की है, हम उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं। भारत और चीन दोनों सहमत हैं कि वे विवाद को निपटाना चाहते हैं और सीमा से सैनिकों को हटा सकते हैं।
अमेरिका के अलावा संयुक्त राष्ट्र (UN) के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने लद्दाख में LAC को लेकर भारत और चीन के बीच टकराव को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने संयम बरतने की अपील की है। गौरतलब है कि गाल्वन घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़पें हुई थीं। इस दौरान भारत के 20 सैनिक शहीद हुए थे, जबकि चीन के 43 सैनिक मारे गए थे।