
नई दिल्ली: कोरोना संक्रमण में मुंबई के बाद दिल्ली देश का सबसे संक्रमित राज्य है। दिल्ली में कोरोना अभी भी कहर बरपा रहा है और अब तक लगभग डेढ़ तेरह हजार लोग इस खतरनाक वायरस के शिकार हो चुके हैं। इस बीच, दिल्ली सरकार ने आदेश दिया है कि राजधानी दिल्ली में 10-49 बेड के अस्पतालों और नर्सिंग होम को कोविद सुविधा में परिवर्तित किया जाएगा।
दिल्ली सरकार के आदेश के बाद, 10-49 बेड के अस्पताल और नर्सिंग होम अब पूरी तरह से कोरोना उपचार केंद्रों में बदल जाएंगे। बता दें कि दिल्ली सरकार ने अपने आदेश के बाद यह आदेश जारी किया है जिसमें सरकार ने कहा है कि 50 बेड वाले अस्पतालों को अपने 20 प्रतिशत बेड कोरोना के मरीजों के लिए सुरक्षित रखने होंगे।
गौरतलब है कि 11 जून को दिल्ली उच्च न्यायालय ने भी सभी निजी अस्पतालों को कोरोना रोगियों के लिए 20 प्रतिशत बेड आरक्षित करने को कहा था। इसके साथ ही कोर्ट ने अस्पतालों को यह भी निर्देश दिया है कि वे सभी मरीजों के कोरोना टेस्ट करवाएं कि उनमें लक्षण हैं या नहीं।
बढ़ते संक्रमण के मामलों के साथ आईसीयू बेड और ऑक्सीजन बेड की बढ़ती मांग के मद्देनजर, दिल्ली सरकार ने पहले ही सभी कोरोना संबंधित अस्पतालों को ऑक्सीजन बेड बनाने के आदेश जारी कर दिए थे। साथ ही, दिल्ली सरकार ने सभी कोरोना अस्पतालों के चिकित्सा निदेशक को निर्देश दिया कि जहां पाइप के माध्यम से ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं होती है, वहां ऑक्सीजन सांद्रता या ऑक्सीजन सिलेंडर के माध्यम से व्यवस्था की जानी चाहिए। आवश्यक उपकरण खरीदने की लागत दिल्ली राज्य स्वास्थ्य मिशन के कोविद कोष से होगी।