
विनोद मिश्रा
बांदा। लॉकडाउन का असर और कुछ किसानों की बेरुखी से बुंदेलखंड में इस वर्ष गेहूं की सरकारी खरीद को झटका लगा है। खरीद केंद्रों के ताजे आंकड़े इसके गवाह हैं। चित्रकूटधाम और झांसी मंडलों में बंटे बुंदेलखंड के सातों जिलों में 15 अप्रैल से अब तक मात्र 51 फीसदी खरीद हो पाई है। खरीद केंद्र बंद होने में 10 दिन और शेष हैं।
इस वर्ष केंद्र सरकार ने गेहूं की खरीद का सरकारी/समर्थन मूल्य 1950 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया है। सरकारी केंद्रों पर गेहूं बेचने के लिए किसानों को प्रेरित करने की तमाम सरकारी कवायदें हुईं। इन तमाम प्रयासों के बाद बुंदेलखंड में कुल 46,459 किसानों ने अब तक सरकारी केंद्रों में गेहूं बेचने के लिए अपना पंजीकरण कराया है।
इनमें चित्रकूटधाम मंडल में 21,074 और झांसी मंडल में 25,385 किसान शामिल हैं। दोनों मंडलों में 484 खरीद केंद्र खोले गए हैं। इसमें चित्रकूटधाम मंडल में 193 और झांसी मंडल में 291 केंद्र शामिल हैं।
खरीद 15 अप्रैल से शुरू हुई, लेकिन इससे एक माह पहले ही कोरोना महामारी का संकट आ पड़ा। देशभर में लॉकडाउन लागू हो गया। लॉकडाउन का सीधा असर खरीद केंद्रों पर पड़ा। प्रतिबंधों के चलते किसान अनाज लेकर खरीद केंद्र नहीं पहुंच पाए।
अनुमति आदि लेकर गिने-चुने किसान ही आए। इससे बुंदेलखंड में अब तक मात्र 2 लाख 50 हजार 436 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हो पाई है। यह खरीद लक्ष्य का मात्र 51 फीसदी है। प्रदेश सरकार ने बुंदेलखंड के लिए इस वर्ष 4 लाख 88 हजार मीट्रिक टन खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया है। गेहूं की खरीद 15 जून तक होनी है।
खरीद एजेंसियों के दावों की मानें तो बुंदेलखंड में अब तक किसानों की जेब/खाते में गेहूं की कीमत के रूप में 4.82 अरब रुपये से ज्यादा पहुंच चुके हैं। इसमें चित्रकूटधाम मंडल में एक अरब 95 करोड़ 65 लाख 57 हजार 780 रुपये का भुगतान करने का दावा किया गया है।
इसमें बांदा में 53.61 करोड़ रुपये, चित्रकूट में 23.41 करोड़ रुपये, हमीरपुर में 73.14 करोड़ और महोबा में 45.48 करोड़ रुपये भुगतान किया जाना बताया है। उधर, झांसी मंडल में 2 अरब 86 करोड़ 43 लाख 97 हजार 795 रुपये किसानों को अदा किए जाने की बात कही गई है।
इसमें जालौन में 88.66 करोड़ रुपये, झांसी में 96.98 करोड़ रुपये और ललितपुर में एक अरब से ज्यादा का भुगतान किया जाना बताया गया है। हालांकि अभी किसानों का काफी भुगतान बाकी है। चित्रकूटधाम मंडल के चारों जिलों में अब तक हुई खरीद में 3543 किसानों का 1.39 अरब रुपया बाकी है। इसमें बांदा में 38.97 करोड़, हमीरपुर में 54.96 करोड़, महोबा में 27.08 करोड़ और चित्रकूट में 19.17 करोड़ रुपया बाकी है।